Thursday, 23 August 2018

Nasihat

#Nasihat..

एक शोहर ने पहली मुलाकात मे अपनी बीवी को ये नसीहते की, के इन चार बातो का ख्याल रखना !
पहली बात >> मुझे आपसे बहुत मुहब्बत है, इसलिये मेने आपको बीवी के तौर पर पसंद किया, अगर आप मुझे अच्छी ना लगती तो निकाह के जरिए मे आपको घर ही ना लाता, आपको बीवी बनाकर घर लाना इस बात का सबूत है कि मुझे आपसे मुहब्बत है,
और मे एक इंसान हुं, फरिश्ता नही, अगर मुझसे कभी कोई गलती हो जाए तो सबर कर लेना, छोटी मोटी कोताहीयो को नजरअंदाज कर देना।
दुसरी बात>>> मुझे डोल की तरह ना बजाना,
बीवी ने पुछा, क्या मतलब?
शोहर ने कहा, अगर मे गुस्से मे हुं तो मेरे सामने उस वक्त जवाब ना देना, मर्द जब गुस्से मे कुछ कह रहा हो और आगे से औरत भी कह रही हो तो ये चीज निहायत खतरनाक होती है,
अगर मर्द गुस्सा मे हो तो औरत नजरअंदाज कर जाए,
और अगर औरत गुस्से मे हो तो मर्द नजरअंदाज कर जाए,
दोनो तरफ से गुस्सा एक वक्त मे गुस्सा आ जाना यु है कि एक रस्सी को दोनो तरफ से खींचने वाली बात है, एक तरफ से रस्सी को खींचे और दुसरी तरफ से ढीला छोड दे तो रस्सी नही टूटेगी
और अगर दोनो तरफ से खींचे तो वो टूट जाएगी।
तीसरी बात >> ये है के देखना मुझसे राज की हर बात करना मगर लोगो के शिकवे और शिकायत ना करना, क्योंकि अक्सर मिया बीवी आपस मे तो बहुत अच्छा वक्त गुजार लेते है मगर नंद की बाते, सास की बाते, फला की बाते, ये जिंदगी के अंदर जहर घोल देती है,
इसलिए शिकवे शिकायतो से दूर रहना।
आखिरी बात >>> दिल एक है, या तो इसमे मुहब्बत रह सकती है या नफरत,
एक वक्त मे दोनो चीजे दिल मे नही रह सकती,
अगर खिलाफ ए उसूल मेरी कोई बात बुरी लगे तो दिल मे ना रखना,
मुझसे जायज तरीके से बात करना, क्योंकि बाते दिल मे रखने से इंसान शैतान के वसवसो का शिकार होकर दिल मे नफरत घोलता है, और ताल्लुकात खाराब होकर जिंदगी का रूख बदल देते है।

Fikar khayal aur bekarari

Fikar khayal aur bekarari ke jamane soch kar
Jane kya badla hai aakhir kya na jane soch kar

Kyu nahi milti wahi taseer ulfat ki ise
Dil bahot ghabra gaya hai Din purane soch kar..!!

✍️ Tabish Hussain

Behatar zindagi jine ke do hi tarike hai

Behatar zindagi jine ke do hi tarike hai

Kisi ke dil me raho ya dua-o me raho..!!!!

✍️ Tabish Hussain

Fir bata kis hal hu

Kya khairiyat hai ?
Acha hu.. 😔😔

Mere ghum ki ghatri khol kar
Tu jara jara takseem Kar

Mehsus Kar ye jara hi bhar
Ye jara hi bhar kare kya asar

Fir soch bite kya mujhe
Fir bata kis hal hu..!!!!

✍️ Tabish Hussain

Wednesday, 22 August 2018

Eid Mubarak

Hum khaak nashino ki janib se dosto

Ye mashlaten rasm -e -zaman
Eid Mubarak..!!

✍️ Tabish Hussain

Friday, 17 August 2018

Gair ki pahlu me baithe hain

Gair ki pahlu me baithe hain wo dekho mutmaeen

Apno ki mahfil me v mujh ko begana kr diya....!!!

✍️ Tabish Hussain

Chor di humne pagal panti

Chor di humne pagal panti
Duniya tere raste par Gaye..!!!!

✍️ Tabish Hussain

Sabar taksim gahe gahe

Sabar taksim gahe- gahe Kar li
Vajahtan ya bewajah kar li..

Aapse har ghari jo larta tha
Sunah hai khud se hi sulah Kar li..

✍️ Tabish Hussain

Dil to kahta hai Talab

Dil to kahta hai talab ishq ki yahi lekin
Unpe taari na kabhi ishq meri soorat ho

✍️ Tabish Hussain